Search this site
Embedded Files
  • Home
  • About
  • Discography
  • Links
  • Contact
 
  • Home
  • About
  • Discography
  • Links
  • Contact
  • More
    • Home
    • About
    • Discography
    • Links
    • Contact

Killwish

Stream on YouTube

Stream on Spotify

Stream on JioSaavn

Stream on Apple Music

Killwish Lyrics :

मुझे तोड़ना चाहा सबने

पर कोई ना हो पाया सफल

कोई और क्या बताएगा मुझको ?

मैं खुद बदल लूंगा अपना कल

कमजोर भले हैं आज

मुझे हार से ना कोई डर

खोने को नहीं कोई ताज

जीतने को सारा रब


लकीर से बंधे हाथ, जंजीर बंधी पैर पे

हर एक ताना रिश्तेदार का पीरा घूंट जैसे ज़हर के

बेगुनाह लथपथ बदनामी के खून से

मेरे जुनून को ना आंको तुम अपने जुनून से

भरोसा किया सब पर तभी खाए ज्यादा धक्के

आज बागी बनके खुश ना तलवे चाटू झुक के

आज पैसा थोड़ा कम

पर ना गम किसी बात का

ना ग्लानि ना पछतावा किसी पाप का

और मेरे अपने सपने

मेरे अपने जितने

मेरे जितने सपने

हुए शिकार साजिश के

पर जो तोड़ दे रैपचारी को तो नाम बदल दियो

यह ऐलान बोलो लिख के दूं कागज पे!

छुपाने को ना राज कोई

जीतने को बहुत कुछ पर आपसे ना आस कोई

जो करेगा वह भरेगा कर्मा से भाग नहीं

यह श्राप जिंदगी का बेटे इसे आज़मां नहीं


समेट सारा दर्द और बना दे हथियार

जज़्बात को बुलंद कर उठ जा ना मेरे यार

जिसे खोने से ना डर वह हर खौफ से आज़ाद

बिना जंगली बने कैसे जीतेगा जंगल यार


मुझे तोड़ना चाहा सबने

पर कोई ना हो पाया सफल

कोई और क्या बताएगा मुझको

मैं खुद बदल लूंगा अपना कल

कमजोर भले हूं आज

मुझे हार से ना कोई डर

खोने को नहीं कोई ताज

जीतने को सारा रब


मायूस बैठा हार से घायल उसका पर था

ऊंची उड़ान भरने से पहले परिंदा बार-बार गिरता

जिसकी छत हो आसमां, उसे बारिश से कैसा डरना ?

लंबी रेस का घोड़ा तू एक हार से क्या डरता ?

"तो उठ खड़े हो ! बस घायल हो मरे नहीं!"

बिना मंजिल पाए मरे तो अभी तुम मरे नहीं!

कमजोर हो, पर बेबस नहीं

जो बोला फिर से सुनो तुम एक बार में समझे नहीं !!

और हार पर तू गौर कर

hey yo!

जीत छुपी हार में, हर हार पर तू गौर कर

मेहनत से तू भाग नहीं, ढूंढ मत कोई शॉर्टकट

long term investment gives success for a long term


समेट सारा दर्द और बना दे हथियार

जज़्बात को बुलंद कर उठ जा ना मेरे यार

जिसे खोने से ना डर वह हर खौफ से आज़ाद

बिना जंगली बने कैसे जीतेगा जंगल यार


मुझे तोड़ना चाहा सबने

पर कोई ना हो पाया सफल

कोई और क्या बताएगा मुझको

मैं खुद बदल लूंगा अपना कल

कमजोर भले हूं आज

मुझे हार से ना कोई डर

खोने को नहीं कोई ताज

जीतने को सारा रब

DIBTAT

Google Sites
Report abuse
Page details
Page updated
Google Sites
Report abuse